प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में पहले दूरसंचार मानक सम्मेलन का उद्घाटन किया। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा आयोजित किया जाता है। यह सम्मेलन 15 अक्टूबर को इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) के साथ होगा। इस वर्ष, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ-विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए) 2024 भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पहली बार भारत मंडपम में आयोजित की जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत टेलीकॉम और उससे जुड़े तकनीक के मामले में दुनिया के सबसे हैपनिंग देशों में से एक है। भारत में जहां 120 करोड़ मोबाइल फोन उपयोगकर्ता हैं, 95 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जहां दुनिया के 40% से अधिक वास्तविक समय में डिजिटल ट्रांसेक्शन होते हैं, जहां डिजिटल कनेक्टिविटी को अंतिम-मील वितरण प्रभावी उपकरण के रूप में दिखाया गया है, वहां पर चर्चा वैश्विक दूरसंचार की स्थिति और भविष्य पर चर्चा वैश्विक गुड का माध्यम बनेगा।इस वर्ष के कांग्रेस का विषय “फ्यूचर इज़ नाउ” है, जिसमें क्वांटम प्रौद्योगिकी, सर्कुलर इकोनॉमी, 6जी प्रगति और 5जी उपयोग के मामलों को प्रदर्शित करने जैसे अत्याधुनिक विषयों पर चर्चा शामिल होगी। यह आयोजन क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, IoT, सेमीकंडक्टर, सैटेलाइट संचार (सैटकॉम) और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सहित क्षेत्रों पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ और विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (WTSA) का एक साथ होना भी महत्वपूर्ण हैं। WTSA का लक्ष्य गोबल स्टैंडर्ड पर काम कर रहा है। वही इंडिया मोबाइल क़ांग्रेस की बड़ी भूमिका सर्विसेज के साथ जुड़ी हुई है। आज भारत में गुणवत्ता सर्विसेज बहुत ज्यादा फोकस कर रहे है। हम मानक पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं। डब्ल्यूटीएसए 2024 के साथ ही इंडिया मोबाइल कांग्रेस का आठवां संस्करण भी हो रहा है। दूरसंचार विभाग के समर्थन से, आईएमसी ने आकार और दायरे में काफी विस्तार किया है, जिसका लक्ष्य पिछले वर्ष की तुलना में अपनी वैश्विक भागीदारी को दोगुना करना है। 120 से अधिक देशों के भाग लेने की उम्मीद है, जिससे एशिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी एक्सपो और वैश्विक डिजिटल परिवर्तन में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में आईएमसी की स्थिति मजबूत हो जाएगी।